आइए हम वजन कम करने और स्वस्थ जीवन जीने के प्राचीन रहस्य की खोज करें।गुर्दे की पथरी से लेकर मधुमेह तक, वजन घटाने की राह पर कुलथी दाल को अपना भरोसेमंद सहयोगी बनाएं। माना जाता है कि कुलथी दाल वसा के जमाव को ख़त्म कर देती है। अगर आप वेजिटेरियन हैं और आपको प्रोटीन की कमी है, तो आपको अपनी डाइट में कुलथी की दाल शामिल जरूर करनी चाहिए।
प्रोटीन शरीर के लिए एक जरूरी पोषक तत्व है जो कई कामकाज के लिए जिम्मेदार है। प्रोटीन शरीर के मांसपेशियों का मुख्य घटक है जो मांसपेशियों का निर्माण और मरम्मत करने में मदद करता है। यह शरीर की ऊर्जा और ताकत को बढ़ाता है। यह मसल्स बिल्डिंग के लिए आवश्यक है। प्रोटीन शरीर के विभिन्न अंगों जैसे कि हड्डियों, त्वचा, नाखून और बालों का निर्माण करने में मदद करता है। प्रोटीन की कमी से शरीर में दुर्बलता और थकान हो सकती है। प्रोटीन की कमी से बालों की मात्रा में कमी हो सकती है, जिससे बालों की कमजोरी, झड़ना, नाखूनों में भी कमजोरी और त्वचा में सूखापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।इसकी कमी से वजन में कमी हो सकती है और बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में बाधाएं हो सकती हैं। इसकी कमी से मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर हो सकता है, जैसे कि थकान, चिंता, और मूड स्विंग होना। ऐसा माना जाता है कि मांस-मछली, चिकन या अंडे जैसे खाद्य पदार्थ प्रोटीन का शक्तिशाली स्रोत हैं। बेशक हैं लेकिन कुछ साग-सब्जियों और दाल व फलियां भी प्रोटीन से भरी पड़ी हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही दाल के बारे में बता रहे हैं, जो प्रोटीन का तगड़ा स्रोत है। अगर आप वेजिटेरियन हैं, तो यह आपके लिए बढ़िया ऑप्शन है।
कुल्थी दाल का परिचय
कुल्थी दाल, जिसे हॉर्स ग्राम के नाम से भी जाना जाता है, एक उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय फलियां है। आयुर्वेद और श्रीलंकाई पारंपरिक चिकित्सक इसके चिकित्सीय गुणों के बारे में सदियों से जानते हैं। इसका उपयोग मुख्य रूप से टॉनिक, कसैले और मूत्रवर्धक के रूप में किया जाता है, और यह गठिया, तंत्रिकाशूल और अन्य बीमारियों के लिए भी सहायक है। प्राकृतिक फिनोल, मुख्य रूप से फेनोलिक एसिड, फ्लेवोनोइड और प्राथमिक एंटीऑक्सीडेंट, कुलथी के बीज में प्रचुर मात्रा में होते हैं।
कुल्थी दाल का पोषण मूल्य
कुलथी दाल एक उच्च प्रोटीन भोजन (22-24%) है। इसके बीजों में कार्बोहाइड्रेट (57.2%), वसा (1.1%), विटामिन, खनिज (3.2%) और काफी मात्रा में घुलनशील फाइबर पाए जाते हैं। ये छोटे बीज विभिन्न खनिजों और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचा सकते हैं। इसके प्रति 100 ग्राम में निम्नलिखित पोषक तत्व होते हैं:
दाल के पोषण मूल्य को दर्शाने वाली तालिका
पुष्टिकर सामग्री
प्रोटीन 24 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 37 ग्राम
मोटा 1.1 ग्राम
कैल्शियम 0.3 ग्राम
लोहा 72 ग्राम
जस्ता 0.2 ग्राम कुल्थी
कुल्थी दाल के गुण
* इसमें एंटी-एडिपोजेनिक (वसा के जमाव को कम करने वाले) गुण हो सकते हैं
* यह एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक (निम्न रक्त शर्करा) गतिविधि दिखा सकता है
* यह एंटी-हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिक (कोलेस्ट्रॉल कम करता है) गुण प्रदर्शित कर सकता है।
* यह एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि
दिखा सकता है
* इसमें सूजन-रोधी गुण हो सकते हैं।
शोधकर्ताओं का मानना है कि कुलथी दाल का पानी पीलिया से राहत दिलाने में उपयोगी हो सकता है क्योंकि इसमें रक्त की मात्रा बढ़ाने की क्षमता होती है।
प्रोटीन का असली खजाना कुलथी दाल
कुलथी की दाल को प्रोटीन का तगड़ा खजाना बताया गया है। यह दाल धरती पर मौजूद सभी दालों में से प्रोटीन का सबसे बड़ा स्रोत है। अगर आप प्रोटीन की कमी से जूझ रहे हैं या रोजाना की जरूरत का प्रोटीन लेना चाहते हैं, तो आपको इस दाल का सेवन करना चाहिए।
अंकुरित करके खाने से होगा ज्यादा लाभ
कुलथी की दाल से ज्यादा से ज्यादा पोषक तत्व लेने के लिए आपको इसे अंकुरित करके खाना चाहिए। इससे आपको प्रोटीन भी ज्यादा मिलेगा और इसे पचाना भी आसान हो जाएगा। जब इसमें आधे इंच तक अंकुरित होने लगे, तो आपको इसका सेवन करना चाहिए।
बॉडी हीट बढ़ाने में सहायक है कुलथी की दाल
कुलथी की दाल बॉडी में हीट पैदा करती है। उदहारण के लिए अगर आपने आज इस दाल का सेवन किया, तो आज आपके शरीर में गर्मी बनी रहेगी। शरीर की गर्मी को बैलेंस करने के लिए आप हरी मूंग दाल को अंकुरित करके खा सकते हैं।
वजन घटाने में सहायक
कुलथी दाल फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होती है जो वजन घटाने वालों के लिए बढ़िया ऑप्शन है। इसमें पाए जाने वाले तत्व फैट बर्नर के रूप में काम करते हैं और एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) को कम कर सकते हैं और एचडीएल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ा सकते हैं। फाइबर से भरपूर यह दाल आपके पाचन तंत्र को सक्रिय रखने में सहायक है।
ब्लड शुगर लेवल को करती है कम
कुलथी दाल बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल को कम करती है और शरीर में इंसुलिन रेसिस्टेंट में भी सुधार करती है। कुल मिलाकर यह दाल ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक है।
कोलेस्ट्रॉल को भी करती है कम
इसमें लिपिड और फाइबर होते हैं, जो रक्त में एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसलिए, कुलथी दाल दिल की नसों में फंसे खराब कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने में मदद करती है और ब्लॉकेज के खतरे को कम करती है।
कुलथी की दाल खाने के अन्य फायदे
* इस दाल के सेवन से कई तरह के स्किन डिसऑर्डर खत्म करने, यूटीआई, लीवर इन्फेक्शन, किडनी की पथरी आदि गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम करने और उनसे बचने में मदद मिलती है।
* कुलथी की दाल शरीर में गर्माहट पैदा करती है. इस दाल के रोजाना सेवन से शरीर में गर्मी बनी रहती है।
* कुलथी दाल प्रोटीन के साथ ही फाइबर से भी भरपूर होती है. इससे वजन तेजी से कम हो सकता है. इसमें पाए जाने वाले तत्व फैट बर्नर के तौर पर काम करते हैं और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम कर गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम कर सकते हैं।
* कुलथी दाल बढ़े ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मददगार होता हैं. इससे शरीर में इंसुलिन रेसिस्टेंट भी सुधरती है।
* कुलथी की दाल में लिपिड और फाइबर पाए जाते हैं, जो ब्लड में बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मददगार है. यह दाल दिल की नसों में फंसे खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर ब्लॉकेज के जोखिम को कम करता है।
* कुलथी की दाल खाने से स्किन डिसऑर्डर की समस्या खत्म हो सकती है. यूटीआई, लीवर इन्फेक्शन, किडनी की पथरी जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का रिस्क कम हो सकता है।
* कुलथी दाल आयरन का अच्छा स्रोत है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए आवश्यक है।
* कुल्थी दाल के नियमित सेवन से किडनी की कार्यप्रणाली में सुधार और किडनी में पथरी के निर्माण को रोकने में मदद मिल सकती है।
* कुलथी दाल विटामिन बी6 का अच्छा स्रोत है, जो मस्तिष्क के विकास और कार्य के लिए महत्वपूर्ण है।
* इसकी उच्च एंटीऑक्सीडेंट सामग्री के कारण कुलथी दाल का सेवन कुछ प्रकार के कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है।
* कुलथी दाल पिंपल्स और त्वचा पर चकत्तों से राहत दिला सकती है? इसके सूजन-रोधी गुण के परिणामस्वरूप, कुलथी दाल का पेस्ट मुंहासों और त्वचा पर चकत्ते के लिए शक्तिशाली औषधि माना जाता है।
* गर्भावस्था में कुलथी दाल! जी हां, माना जाता है कि कुलथी दाल गर्भावस्था में मदद करती है। इसमें रक्त की मात्रा बढ़ाने की क्षमता होती है जो मां के साथ-साथ बच्चे के लिए भी फायदेमंद हो सकती है।
कुल्थी दाल के साइड इफेक्ट्स
* कुलथी दाल अत्यधिक पौष्टिक होती है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, लेकिन इसके कुछ संभावित दुष्प्रभाव भी होते हैं।
* कुलथी दाल में रैफिनोज ऑलिगोसेकेराइड नामक कार्बोहाइड्रेट होता है जो बड़ी मात्रा में खाने से सूजन और गैस का कारण बन सकता है।
* दुर्लभ मामलों में कुलथी दाल से एलर्जी हो सकती है।
* कुलथी दाल में फाइटिक एसिड जैसे एंटी-पोषक तत्व होते हैं जो प्रोटीन की पाचन क्षमता को रोकते हैं और कैल्शियम, जिंक, आयरन और मैग्नीशियम जैसे खनिजों की जैव उपलब्धता को कम करते हैं।
कुलथी दाल के साथ बरती जाने वाली सावधानियां
कुल्थी दाल के कोई महत्वपूर्ण दुष्प्रभाव नहीं होने के बावजूद, जब हम इसे उच्च खुराक में या लंबी अवधि के लिए उपयोग करते हैं तो औषधीय उत्पादों के रूप में यह काफी अवांछनीय प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है। कुल्थी दाल की अधिक खुराक केवल चिकित्सीय देखरेख में ही ली जानी चाहिए।
अन्य दवाओं के साथ परस्पर क्रिया
यदि बड़ी मात्रा में कुलथी दाल का सेवन किया जाए तो दवा के रूप में उपयोग करने पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा, स्वास्थ्य समस्याओं (जैसे मधुमेह और यकृत रोग) वाले लोगों द्वारा बिना निगरानी और बिना निगरानी के कुलथी दाल का सेवन कुछ स्थितियों को जटिल या खराब कर सकता है। कुलथी दाल रक्त शर्करा को कम करने में मधुमेह की दवाओं की मदद कर सकती है, लेकिन अगर इसे बहुत अधिक मात्रा में लिया जाए, तो रक्त शर्करा का स्तर बहुत कम हो सकता है। यदि कोई कुलथी दाल लेने में रुचि रखता है तो उसे उचित चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। कोई भी हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले आपको किसी योग्य डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। किसी योग्य चिकित्सक की सलाह के बिना आधुनिक चिकित्सा के चल रहे उपचार को आयुर्वेदिक/हर्बल उपचार से न बंद करें या न बदलें। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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