बिलासपुर 24 फरवरी 2024। बिलासपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल सोनी ने चुनाव अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि संगठन का निष्पक्ष चुनाव कराने के बजाय मुख्य चुनाव अधिकारी के द्वारा नियमों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है. 14 अलग-अलग जिलों के संगठन को सदस्यता देने पर रोक लगा दी गई है. जिसमें अहिवारा,सूरजपुर,दुर्ग भिलाई सराफा एसोसिएशन,सिंमगा,सुकमा,बचेली, बीजापुर,डोडी लोहारा, गौरेला पेंड्रा सराफा एसोसिएशन गुरुर संगठन का नाम शामिल है. जिन्हें इस बार छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन के मतदान से बाहर कर दिया गया है और चुनाव अधिकारियों ने यह तर्क दे दिया कि कि वह पिछले 4 साल से सदस्य नहीं है. जबकि वह लगातार नियमों के तहत यह सभी 14 संगठन छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन अपना दावा करते हुए शुल्क लगातार जमा कर रहे थे लेकिन छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन ने इन 14 संगठनों से पिछले 4 साल से किसी प्रकार का संपर्क नहीं किया एवं पत्र व्यवहार भी नहीं किया. जिससे यह सभी संगठन भी चुनाव चुनाव प्रक्रिया को लेकर नाराज हैं और सभी 14 संगठन को मतदान में शामिल होने की मांग कर रहे हैं. बिलासपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल सोनी ने इन सभी संगठनों को मतदान के लिए सराफा एसोसिएशन में शामिल करने व मतदान में हिस्सा लेने की मांग करते हुए चुनाव अधिकारी से मांग रखी है कि यह सभी 14 संगठन पिछले 20 सालों से सक्रिय है और आज उन्हें इस महत्वपूर्ण चुनाव के दौरान मतदान से बाहर क्यों किया जा रहा है. उन्होंने चुनाव अधिकारी मांगीलाल धर्मचंद पर सवाल उठाते हुए कहां है कि यह चुनाव अधिकारी नहीं चाहते कि बिलासपुर से कोई छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन का अध्यक्ष बने और चुनाव अधिकारी रायपुर के लोगों को ही अध्यक्ष बनने के लिए अपनी मर्जी से दबाव पूर्वक सदस्यता अभियान चला रहे हैं, और नियम विरुद्ध चुनाव अधिकारी बना रहे हैं. चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी की आशंका व्यक्त करते हुए इन सभी 14 संगठनों ने चुनाव अधिकारियों पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं. और मतदान में हिस्सा लेने की मांग रखी है.
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