विश्व आर्द्रभूमि दिवस की शुरुआत 2 फरवरी 1971 में रामसर, ईरान में वेटलैंड कन्वेंशन की शुरुआत से हुई थी। वेटलैंड्स जंतुओं के अलावा पौधों के लिए भी तंत्र के रूप में काम करता है। प्राकृतिक स्रोतों की खराब स्थितियों को देखते हुए यह दिन आर्द्रभूमि को बचाने और उसकी महत्वता को लोगों तक पहुंचाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन के इतिहास, महत्व और थीम से जुड़े प्रश्न स्टूडेंट्स के लिए महत्वपूर्ण हैं, इसलिए इस ब्लाॅग World Wetlands Day in Hindi के बारे में विस्तार से बताया गया है।
विश्व आर्द्रभूमि दिवस प्रतिवर्ष 2 फरवरी को मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत 2 फरवरी, 1997 को हुई जब 16वीं बार वेटलैंड्स पर रामसर कन्वेंशन ईरान में हुआ। और तब से लेकर आज तक हर साल 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है। विश्व आर्द्रभूमि दिवस का उद्देश्य मानवता और ग्रह के लिए आर्द्रभूमि के मूल्य के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। वेटलैंड्स जल प्रणालियों को विनियमित करने, विविध वन्यजीवों के लिए आवास प्रदान करने, जैव विविधता का समर्थन करने और जल शुद्धिकरण और बाढ़ नियंत्रण जैसी विभिन्न पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं की पेशकश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो लोगों को लाभान्वित करते हैं।
क्या है वर्ल्ड वेटलैंड्स डे?
हर साल 2 फरवरी को मनाया जाने वाला वर्ल्ड वेटलैंड डे यानी विश्व आर्द्रभूमि दिवस पहली बार ईरान में मनाया गया था। इसे मनाने का कारण आर्द्रभूमि की महत्त्वपूर्ण भूमिका के बारे में विश्वभर में जागरूकता बढ़ाना है। आर्द्रभूमि यानि वेटलैंड्स जमीन का वह हिस्सा है जहां साल भर पूरी तरह या थोड़ा बहुत पानी भरा रहता हैं और ऐसी जगहों पर भारी मात्रा में रिसोर्सेज होते हैं जो मानव और जानवरों दोनों के काम आते है। इसलिए 2 फरवरी, 1997 में नदियों, झीलों, तालाबों आदि की खराब हालत को देखते हुए विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया गया था। इसके बाद से हर साल पूरी दुनियाभर में वर्ल्ड वेटलैंड्स डे मनाया जाता है।
वर्ल्ड वेटलैंड्स डे क्यों मनाया जाता है?
विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाने का कारण लोगों में आर्द्रभूमि की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना है। 2 फरवरी 1971 में कैस्पियन सागर के किनारे रामसर में आर्द्रभूमि पर कन्वेंशन को अपनाया गया। इस दिन सभी पर्यावरण प्रेमी विश्व आर्द्रभूमि दिवस के माध्यम से प्रकृति के प्रति अपने प्रेम का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं, जो यह बताता है कि आर्द्रभूमि ने न केवल मानव बल्कि दुनिया के सभी प्रकार के जीवों के लिए क्या किया है।
रामसर कन्वेंशन क्या है?
रामसर कन्वेंशन एक अंतर-राष्ट्रीय संधि है जो भूमि पर बसे सभी प्रकार के जलवायु जलस्रोत (जलमण्डल, झीलें, नदियाँ, मरुस्थलीय क्षेत्र, मंगरोव वन, समुद्र आदि) की संरक्षण एवं प्रबंधन के लिए संकल्पित है। यह संधि 1971 में इरान के रामसर नामक स्थल पर सम्पन्न हुई थी और इसलिए इसे “रामसर कन्वेंशन” के नाम से जाना जाता है।
विश्व आर्द्रभूमि दिवस थीम 2024
प्रत्येक वर्ष, विश्व आर्द्रभूमि दिवस आर्द्रभूमि संरक्षण और टिकाऊ प्रबंधन से संबंधित एक विशिष्ट विषय पर केंद्रित होता है। दुनिया भर में सरकारें, गैर-सरकारी संगठन, सामुदायिक समूह और व्यक्ति इस दिन को मनाने और आर्द्रभूमि के महत्व को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम, कार्यशालाएं, सेमिनार और अन्य गतिविधियां आयोजित करते हैं। इस वर्ष विश्व वेटलैंड दिवस की थीम 2024 “वेटलैंड्स एंड ह्यूमन वेलबीइंग” है। जो कि आर्द्रभूमियों और शारीरिक, मानसिक और पर्यावरणीय स्वास्थ्य सहित मानव कल्याण के विभिन्न पहलुओं के बीच अंतर्संबंध पर जोर देता है।
विश्व आर्द्रभूमि दिवस की बीते वर्षों की थीम
2023– वेटलैंड रेस्टोरेशन
2022– लोगों और प्रकृति के लिए आर्द्रभूमि कार्रवाई
2021– आर्द्रभूमि एवं जल
2020– आर्द्रभूमि एवं जैव विविधता
2019– आर्द्रभूमि और जलवायु परिवर्तन
2018– सतत शहरी भविष्य के लिए आर्द्रभूमि
2017– आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए आर्द्रभूमि
2016– हमारे भविष्य के लिए आर्द्रभूमियाँ: सतत आजीविका
2015– हमारे भविष्य के लिए आर्द्रभूमियाँ
2014– आर्द्रभूमि और कृषि: विकास के लिए भागीदार
2013– वेटलैंड्स पानी की देखभाल करें
2012– वेटलैंड पर्यटन: एक बेहतरीन अनुभव
2011– जल और आर्द्रभूमि के लिए वन
2010– आर्द्रभूमि की देखभाल – जलवायु परिवर्तन का उत्तर
2009– अपस्ट्रीम, डाउनस्ट्रीम: वेटलैंड्स हम सभी को जोड़ते हैं
2008– स्वस्थ आर्द्रभूमि, स्वस्थ लोग
2007– कल के लिए मछली?
2006– आजीविका खतरे में
2005– वेटलैंड विविधता में धन है – इसे खोना मत
2004– पहाड़ों से समुद्र तक – आर्द्रभूमियाँ हमारे लिए काम कर रही हैं
2003– कोई आर्द्रभूमि नहीं – कोई पानी नहीं
2002– आर्द्रभूमियाँ: जल जीवन और संस्कृति
2001– एक आर्द्रभूमि दुनिया – खोजने योग्य दुनिया
2000– अंतर्राष्ट्रीय महत्व की हमारी आर्द्रभूमियों का जश्न मनाना
1999 – लोग और आर्द्रभूमि – महत्वपूर्ण कड़ी
1998– जीवन में जल का महत्व और जल आपूर्ति में आर्द्रभूमि की भूमिका
1997– WWD पहली बार मनाया गया
विश्व आर्द्रभूमि दिवस का महत्व
आर्द्रभूमि विभिन्न प्रकार के पौधों और जानवरों का घर हैं, और जल चक्र को विनियमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे बाढ़ को रोकने, पानी की गुणवत्ता में सुधार करने और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में मदद करते हैं। हालाँकि, जल निकासी, प्रदूषण और अत्यधिक मछली पकड़ने जैसी मानवीय गतिविधियों के कारण आर्द्रभूमियों को खतरनाक दर से खतरा हो रहा है।
विश्व आर्द्रभूमि दिवस का इतिहास
विश्व आर्द्रभूमि दिवस की शुरुआत 2 फरवरी, 1997 को हुई जब 16वीं बार वेटलैंड्स पर रामसर कन्वेंशन ईरान में हुआ। बता दें कि रामसर कन्वेंशन, जिसका नाम ईरानी शहर रामसर के नाम पर रखा गया है, आर्द्रभूमि के संरक्षण के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संधि है, जिस पर 2 फरवरी 1971 को हस्ताक्षर किए गए थे। 1971 में, रामसर कन्वेंशन को अपनाया गया, और 1997 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने संकल्प 75/317 को अपनाया, जिसने 2 फरवरी को विश्व वेटलैंड्स दिवस के रूप में स्थापित किया।
वर्ल्ड वेटलैंड्स डे के महत्व
* वेटलैंड्स पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
* विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाने का महत्व वैश्विक स्तर पर आर्द्रभूमि जैसे महत्वपूर्ण ईकोसिस्टम रीस्टोरेशन के बारे में आम जनता को शिक्षित और जागरूक करना है।
* वेटलैंड्स जल शुद्धिकरण, तटरेखा संरक्षण, वन्यजीवों के लिए आवास और कृषि और पर्यटन के लिए समर्थन सहित कई लाभ प्रदान करते हैं।
* शहरीकरण, कृषि और प्रदूषण जैसी विभिन्न मानवीय गतिविधियों की वजह से आर्द्रभूमियाँ खतरे में हैं। इससे आर्द्रभूमि क्षेत्र में गिरावट आई है और वन्यजीवों के लिए कई महत्वपूर्ण आवास नष्ट हो गए हैं।
* विश्व आर्द्रभूमि दिवस का उद्देश्य आर्द्रभूमि के संरक्षण और रीस्टोरेशन के महत्व पर प्रकाश डालना है ताकि उनके निरंतर अस्तित्व और उन पर निर्भर प्रजातियों के अस्तित्व को सुनिश्चित किया जा सके।
* यह दिन वैश्विक स्तर पर आर्द्रभूमि के बारे में लोगों को शिक्षित करता है और जागरूकता पैदा करता है।
* वेटलैंड्स कार्बन का भंडारण करना और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को नियंत्रित करता है।
* वेटलैंड्स जलमार्गों से प्रदूषकों को फ़िल्टर करते हैं।
* वेटलैंड्स पानी को रोककर बाढ़ के खतरे को कम करते हैं।
* वेटलैंड्स भोजन, औषधि एवं सामग्री उपलब्ध कराते हैं।
आर्द्रभूमियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कैसे मनाएं 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस?
विश्व आर्द्रभूमि दिवस में शामिल होकर आप ऐसा कर सकते हैं:
* किसी झील या नदी के किनारे पारिवारिक पिकनिक मनाएं।
* कयाक द्वारा जलमार्ग का अन्वेषण करें।
* आर्द्रभूमियों के लिए सामुदायिक सैर, बाइक चलाने या दौड़ का आयोजन करें।
* आर्द्रभूमि पौधों या पक्षियों के विशेषज्ञ द्वारा निर्देशित सैर में शामिल हों।
* आर्द्रभूमि से संबंधित किसी कार्यशाला या बातचीत में भाग लें।
वर्ल्ड वेटलैंड्स डे पर 10 लाइन्स
* विश्व आर्द्रभूमि दिवस (World Wetlands Day in Hindi) से जुड़ी 10 लाइन्स यहां दी गई हैं-
* आर्द्रभूमियां अंटार्कटिका को छोड़कर हर महाद्वीप पर पाई जा सकती हैं।
* हर साल 2 फरवरी को वेटलैंड डे यानी आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है।
* कुछ आर्द्रभूमियां प्राकृतिक रूप से पाई जाती हैं और कुछ मानव द्वारा बनाईजाती है।
* आर्द्रभूमियों को ‘किडनी ऑफ लैंडस्केप’ भी कहा जाता है क्योंकि वे पानी से प्रदूषकों को फ़िल्टर करते हैं।
* स्वस्थ आर्द्रभूमियाँ बाढ़ के पानी को अवशोषित करती हैं और धीरे-धीरे उन्हें नदियों और नालों में छोड़ देती हैं।
* आर्द्रभूमियां कटाव को कम करने, वाटर फिल्ट्रेशन प्रदान करने और तूफानों से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करती हैं।
* जैव विविधता बनाये रखने के लिए इनका संरक्षण आवश्यक है।
* वेटलैंड वह क्षेत्र है जहां पानी पर्यावरण को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
* प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए विश्व का आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है।
* आर्द्रभूमियों में दलदल, झीलें, तालाब, मैंग्रोव, मूंगा चट्टानें आदि शामिल हैं।
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