रायपुर। 12 मार्च, 2024, (सीजी संदेश) : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 12 मार्च 2024 को रु. 85,000 करोड़ से अधिक राशि की रेलवे की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया जिसमें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की कुल 1465 रुपये की विभिन्न 70 परियोजनाएं शामिल है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की इन परियोजनाओं में बिलासपुर झारसुगुडा चौथी रेल लाइन, राजनंदगाव-नागपुर तीसरी लाइन, अनुपपुर कटनी तीसरी रेल लाइन के अंतर्गत नवनिर्मित विभिन्न 06 रेलखंड, बिलासपुर रेलवे स्टेशन परिसर में एक रेल कोच रेस्तरां तथा बिलासपुर इलैक्ट्रिक लोको शेड का लोकार्पण, जांजगीर नैला, पेंड्रा रोड, नागभीड़ और नैनपुर में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर वन स्टेशन वन प्रॉडक्ट के 50 स्टॉल, 03 स्टेशनों पर गुडशेड तथा बिलासपुर में वंदे भारत मेंटेनेंस डिपो, अम्बिकापुर में पिट लाइन तथा भिलाई में मेमू शेड के विस्तार की शिलान्यास शामिल है ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुजरात के अहमदाबाद में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर में 1,06,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया और आधारशिला रखी । उन्होंने 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर अपने संबोधन में 200 से अधिक विभिन्न स्थानों से इस कार्यक्रम में शामिल लाखों लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि आज के कार्यक्रम के पैमाने और आकार की तुलना रेलवे के इतिहास में किसी अन्य कार्यक्रम से नहीं की जा सकती है । प्रधानमंत्री ने किसी राष्ट्र को विकसित और आर्थिक रूप से सक्षम बनाने में रेलवे की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि रेलवे में बदलाव विकसित भारत की गारंटी है । उन्होंने रेलवे के बदलते परिदृश्य पर प्रकाश डाला और तेज गति से रेलवे ट्रैक बिछाने, 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास, वंदे भारत, नमो भारत और अमृत भारत जैसी अगली पीढ़ी की ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने और आधुनिक रेलवे इंजनों तथा कोच फ़ैक्टरियों के अनावरण का उल्लेख किया ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन रेलवे ट्रेनों, पटरियों और स्टेशनों का निर्माण मेड इन इंडिया का इको-सिस्टम बना रहा है । उन्होंने बताया कि मेड इन इंडिया लोकोमोटिव और कोचों को श्रीलंका, मोजाम्बिक, सेनेगल, म्यांमार और सूडान जैसे देशों में निर्यात किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि मेड इन इंडिया सेमी हाई-स्पीड ट्रेनों की बढ़ती मांग से ऐसे कई और कारखाने खुलेंगे । प्रधानमंत्री ने कहा कि रेलवे का कायाकल्प और नए निवेश रोजगार के नए अवसरों की गारंटी हैं ।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भारतीय रेलवे विकास के साथ-साथ विरासत के मंत्र को साकार करते हुए क्षेत्रीय संस्कृति और आस्था से जुड़े पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है । उन्होंने विकास की इस गति को जारी रखने के लिए नागरिकों से सहयोग का आह्वान किया ।
इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा गुजरात के राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल और केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव उपस्थित थे । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल श्री विश्व भूषण हरिचन्दन, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय तथा बिलासपुर के कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव सम्मिलित हुए ।
प्रधानमंत्री ने रेलवे स्टेशनों पर 50 प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र राष्ट्र को समर्पित किये । इन जन औषधि केंद्रों पर लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं मिलेंगी । इसमें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की 4 केंद्र जांजगीर नैला, पेंड्रा रोड, नागभीड़ और नैनपुर शामिल है ।
प्रधानमंत्री ने देश भर में 1500 से अधिक एक स्टेशन एक उत्पाद स्टॉल राष्ट्र को समर्पित किये । इनमें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर 50 स्टॉल का भी लोकार्पण किया गया । इन स्टॉलों पर बिक्री के लिए स्थानीय उत्पाद उपलब्ध रहेंगे, जिससे स्थानीय कारीगरों और व्यावसायियों की कमाई बढ़ेगी ।
प्रधानमंत्री ने 80 खंडों में 1045 मार्ग किलोमीटर स्वचालित सिग्नलिंग राष्ट्र को समर्पित की । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मे 300 किलो मीटर से अधिक का सेक्शन, स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग से लैस है । इस उन्नयन से ट्रेन संचालन की सुरक्षा और दक्षता में वृद्धि होगी ।
प्रधानमंत्री ने 35 रेल कोच रेस्तरां राष्ट्र को समर्पित किये । इसमें बिलासपुर रेलवे स्टेशन परिसर में एक रेल कोच रेस्तरां का भी लोकार्पण किया गया । रेल कोच रेस्तरां का लक्ष्य रेलवे के लिए गैर-किराया राजस्व उत्पन्न करने के साथ ही यात्रियों और जनता की जरूरतों को पूरा करना है ।
प्रधानमंत्री ने रेलवे कार्यशालाओं, लोको शेडों, पिट लाइनों/कोचिंग डिपो तथा नई रेल लाइनों को राष्ट्र को समर्पित किया । इसमें बिलासपुर झारसुगुडा चौथी रेल लाइन, राजनंदगाव-नागपुर तीसरी लाइन, अनुपपुर कटनी तीसरी रेल लाइन के अंतर्गत नवनिर्मित विभिन्न रेलखंड शामिल हैं । इसके साथ ही बिलासपुर इलैक्ट्रिक लोको शेड का भी लोकार्पण किया गया ।
प्रधानमंत्री ने नए विद्युतीकृत खंडों, पटरियों का दोहरीकरण/मल्टी-ट्रैकिंग, रेलवे गुड्स शेड, वर्कशॉप, लोको शेड, पिट लाइन/कोचिंग डिपो का विकास जैसी कई अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया । ये परियोजनाएं आधुनिक और मजबूत रेलवे नेटवर्क बनाने के प्रति सरकार के समर्पण का प्रमाण हैं । इस निवेश से न केवल कनेक्टिविटी में सुधार होगा बल्कि आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
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